
चाय और सुकून :
1. “चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, एक लम्हा होता है – जिसमें दुनिया रुक जाती है और सुकून बैठ जाता है.”
2. “एक कप चाय, थोड़ा सा अकेलापन, और अंदर की बातों से मुलाकात – सुकून इसी का नाम है.”
3. जब जिंदगी तेज़ हो जाए, तो एक गरम चाय की चुस्की उस भागती दुनिया को धीरे कर देती है.”
4. “चाय के हर घूंट में एक कहानी होती है – कभी यादों की, कभी खामोशी की, कभी सुकून की..”
5. “चाय के साथ बातें नहीं भी हो, तो भी सुकून होता है – क्योंकि कभी-कभी खामोशी भी मुस्कुराती है.”
6. “गरम चाय और ठंडी हवा – दोनों मिल जाएं तो सुकून ढूंढने की ज़रूरत नहीं पड़ती.”
7. “चाय के साथ वक्त भी पिघलता है… और थोड़ा-थोड़ा सुकून अंदर उतरता है.”