दाम ऊंचे हो सकते हैं, ख़्वाहिशों के…..मगर ख़ुशियां, हरगिज़ महंगी नही होती.
कोई तुमसे ख़ुशियां मांगे तो दे दो, और जब तुम्हें वो चाहिए तो मांग लो ; _ पर मांग वही सकता है, जो देना जानता है.
_ मैं दिल खोलकर ख़ुशियां बाँटता हूं और मुंह खोलकर मांगता हूं..!!