If one is determined then only he can realize his inner potential to the fullest and make use of his hidden internal power.
यदि कोई ठान ले तो ही वह अपनी आंतरिक क्षमता को पूरी तरह से महसूस कर सकता है और अपनी छिपी आंतरिक शक्ति का उपयोग कर सकता है.
यदि कोई ठान ले तो ही वह अपनी आंतरिक क्षमता को पूरी तरह से महसूस कर सकता है और अपनी छिपी आंतरिक शक्ति का उपयोग कर सकता है.