सुविचार – 1428 | Jan 20, 2017 | सुविचार | 0 comments जीवन में भले ही विश्राम न हो, किन्तु आनन्द अवश्य होना चाहिए. आने वाले कल के लिए हमें अपना आज का आनन्द नहीं खोना चाहिए, _क्या पता कल आए या न आए और आए भी तो उसी रूप में न आए, जिस रूप में हम सोच बैठे हैं. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ