हमारी ही करनी _ हमें ही दिखाता है,
समय का चक्र _ जब घूम- घूम कर वापस आता है.
ज़िंदगी एक चक्र है, जो हमें गोल गोल घुमाती है,
_ इसे बेवजह चक्रव्यूह मत बनाइए..
_ हर आदमी अपने कर्मों की परिधि तय कर रहा है.. उसे और मत उलझाइए..!!
समय का चक्र _ जब घूम- घूम कर वापस आता है.
_ इसे बेवजह चक्रव्यूह मत बनाइए..
_ हर आदमी अपने कर्मों की परिधि तय कर रहा है.. उसे और मत उलझाइए..!!