मस्त विचार 2187 | Apr 18, 2019 | मस्त विचार | 0 comments आँखो के पर्दे भी नम हो गए हैं , बातो के सिलसिले भी कम हो गए हैं. पता नही गलती किसकी है, वक्त बुरा है या बुरे हम हो गए हैं . Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ