और अधिक पाने के चक्कर में सब कुछ होते हुए भी हम यूं ही ज़िंदगी परेशानी और अभाव में ही गुज़ार देते है, _
_फिर उनका उपयोग या दुरुपयोग कोई और ही करते हैं !
क्यों रुके हैं … तेरे कदम … तू फिर से चलने की कोशिश तो कर .!!
माना कि जो न मिल सका उसका अफसोस है .!!
मगर जो पास है उसमें जी भर के जीने की कोशिश तो कर .!!
रात को फूल को भी नही मालूम कि _
* उसे सुबह मंदिर पर जाना है* *या शव यात्रा पर जाना है,*
*इसलिये जिंदगी जितनी जीओ मस्ती से जीओ।।*