आपके जीवन में जो अब तक होता आया है, जरुरी नहीं है कि आगे भी वैसा ही हो. वर्तमान का जन्म भले ही अतीत की गोद से क्यों न हो, परन्तु उसे बदलना फिर भी व्यक्ति के हाथ में है.
आप का आज कैसा होना चाहिए, उसमें आप क्या करें, क्या न करें – यह सब पूरी तरह आपके उपर निर्भर है.