इस दुनिया में बहुत लोग इसलिए दुखी नहीं कि उन्हें किसी चीज की कमीं है,
अपितु इसलिए दुखी हैं कि उनके सोचने का ढंग नकारात्मक है.
सकारात्मक सोचो, सकारात्मक देखो। इससे आपको अभाव में भी जीने का आनन्द आ जायेगा,
आपकी ख़ुशी इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आपके पास कितनी सम्पत्ति है,
अपितु इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास कितनी समझ है.