मस्त विचार 2802 | Dec 23, 2020 | मस्त विचार | 0 comments ज़िन्दगी मेला दिखाने ले गई थी एक दिन, _ और फिर उँगली छुड़ा कर भीड़ में गुम हो गई ! ज़िन्दगी समझ नहीं आई तो, मेले में अकेला, और समझ आ गई तो, अकेले में मेला..!!! Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ