किसी भी मनुष्य का जीवन सदैव दुखों या मुसीबतों से भरा नहीं होता है, _ यह केवल हमारे देखने का और प्रतिक्रिया का नजरिया होता है _
_ किसी भी व्यक्ति के जीवन में 10% चीजें अपने आप होती हैं और 90% दुःख का कारण मनुष्य की उन वस्तुओं पर प्रतिक्रियाएं होती हैं.