किसी को बद्दुआ देना अंततः आपको भी दुःख ही देता है और किसी के मंगल की कामना करना, _ आप के आंतरिक रूप को निखारता है ;
_ निखरा हुआ आंतरिक रूप आपके जीवन में भी मंगल ही लाता है.
व्यक्ति जितना भीतर से टूटता और बिखरता है,
_ उतना ही बाहर से सँवरता और निखरता है.