बड़प्पन बड़े आदमियों के संपर्क से नहीं,_
_ अपने गुण, कर्म और स्वभाव की निर्मलता से मिला करता है.
हर किसी में हजारों खामियां होती हैं, पर उनमें खूबियां भी होती हैं..
_उनकी इन खूबियों और गुणों की भी देखभाल होनी चाहिए..!!
झुक जाने से कोई छोटा नहीं हो जाता बल्कि ये बड़प्पन कहलाता है,
_ क्योंकि झुकता वही पेड़ है जिसके तने लंबे और लचीले होते हैं.!!