पछतावा अतीत नहीं बदल सकता और चिंता भविष्य नहीं सुधार सकती,
_ वर्तमान का आनंद लेना ही जीवन का सच्चा सुख है.
ज्यादा चिंता करके क्या फायदा ?
सबकी ज़िंदगी ठीक कट रही है, जो बची है वो भी ठीक कट जाएगी..!!
अपनी ऊर्जा को चिंता करने में ख़त्म करने से बेहतर है,
_इसका उपयोग समाधान ढूंढ़ने में लगाया जाए..!!