उन्हें वही ऊर्जा वापस मत दो, गुस्से का जवाब गुस्से से मत दो.
_ इसके बजाय, नर्म तरीके से जवाब दो.
_ दया को चुनो, भले ही वे इसके लायक न हों.
_ यही असली ताकत है.
__ ज्यादातर लोग उम्मीद करते हैं कि आप वही प्रतिक्रिया देंगे.. जैसा वे आपसे व्यवहार करते हैं,
_ लेकिन जब आप शांत रहते हैं, दयालु रहते हैं, और उनके बर्ताव से अपने दिल को बदलने नहीं देते, तो यही वह समय होता है जब आप दूसरों से अलग दिखते हैं.
_ आप दयालु होने के लिए कमजोर नहीं होते, बल्कि आप इस हद तक मजबूत होते हैं कि उनका बुरा दिन आपका बुरा दिन न बने.
_ तो वही व्यक्ति बनिए जो सॉफ्ट और दयालु रहे, चाहे दूसरे कैसे भी व्यवहार करें.
_ यही वह पलटाव है.. जिसे वे कभी नहीं देखेंगे..!!