कोई भी समस्या इतनी बड़ी नहीं होती कि उससे लड़ा न जा सके , इसलिए हिम्मत रखें.
जो दूसरों को पार लगाती है, वही कश्ती किनारा पाती है.
जिस चीज़ की आपको परवाह है, उसकी चिंता करना ज़रूरी है.
तुम बेसहारा हो तो किसी का सहारा बनो
तुमको अपने आप ही सहारा मिल जाएगा.
कश्ती कोई डूबती पहुँचा दो किनारे पे,
तुमको अपने आप ही किनारा मिल जाएगा.