मस्त विचार – खामोश रहा पर मै कुछ कह न सका – 016

खामोश रहा पर मै कुछ कह न सका.

इतने मिले दुःख कि दुःख ही दवा बन गए.

न खुशी में ख़ुशी न ग़म में ग़म मिले.

मन और दिमाग सब सुन्न हो गया.

चोट पे चोट मै खाता चला गया.

खामोश रहा पर मै कुछ कह न सका.

 

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected