आप का जीवन साथी, आपके जीवन में हर चीज को प्रभावित करता है ; _ आपका मानसिक स्वास्थ्य, आपके मन की शांति, आपकी खुशी, आपकी सफलता, आप त्रासदियों से कैसे बाहर निकलते हैं और भी बहुत कुछ..!
जीवनसाथी वही होता है,
_जो अपने साथी के जीवन को जीवंत बनाता है.
जीवन साथी ऐसा चुनो कि जो प्रेरणा दे,
_ ना कि चिंता, दबाव और तनाव दे !!
अपना जीवनसाथी बहुत सोच समझ कर चुनना.. क्योंकि सुकून के बिना घर का होना..
_इससे बड़ा दुनिया में कोई दूसरा क़ैदख़ाना नहीं है.
जिंदगी आसान हो जाती है ; जब जीवनसाथी समझदार होने के साथ- साथ ;
समझने वाला भी मिल जाता है.
_ हमसफ़र विनम्र चुनो, ज़िन्दगी ख़ूबसूरत बन जाएगी.!!
जीवन साथी अच्छा या बुरा नहीं होता, वह सिर्फ साथी होता है.
_ आपने कैसा निभाया- वह अच्छा या बुरा होता है.
चाहे कितना भी मजाक बना लो, जीवन साथी पर ; लेकिन एक बात याद रखना,
जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर दुनिया साथ नहीं देगी, आपका हमसफर ही काम आएगा…
जीवन साथी ऐसा होना चाहिए जो आपके जीवन में मूल्य जोड़ता है ; _ जो आपको बढ़ने में मदद करे.
जीवनसाथी वक्त को बदलने वाला होना चाहिए, _ वक्त के साथ बदलने वाला नहीं..
जब हम किसी को बस यूं ही उसकी ऊपरी खूबियों से चाहने लगते हैं तो ..कोई ज़रूरी नहीं कि.. वो जीवन साथी के रूप में भी वैसा ही हो..!!
जीवनसाथी के चुनाव में जल्दबाजी ना करें, अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें ;
लड़कियां यहां ध्यान दें, पहले खुद के लिए कुछ करें ;
दूसरे के घर रोटी बेलने और बर्तन धोने से बेहतर है कि
जिसने आपको पढ़ाया – लिखाया, पालन – पोषण किया,
नाज – नखरे उठाकर परवरिश दी, उनके लिए कुछ करें ..
कोई स्त्री सर्वगुणसम्पन्न नहीं होती।
1 यदि मैं एक सीधी-सादी स्त्री का चुनाव करता हूँ तो मुझे यह मानना पड़ेगा कि वह मुझ पर निर्भर रहेगी।
2 यदि मैं खूबसूरत लड़की चुनता हूँ तो मेरे खर्चे भी बढ़ेंगे |
3 यदि मैं एक कामकाजी स्त्री को प्राथमिकता देता हूँ तो यह भी तय है कि घर के सारे काम वह नहीं कर पाएगी।
4 यदि वह गृहिणी होगी तो स्वाभाविक है कि वह धनार्जन नहीं करेगी ।
5 यदि मैं महान स्त्री चुनता हूँ तो उसकी दृढ़ता और कठोरता के साथ भी मुझे निर्वाह करना होगा।
6 यदि मैं वीर स्त्री का चुनाव करता हूँ तो यह मानना पड़ेगा कि उसके अपने भी कुछ विचार होंगे। एक स्त्री की कुछ अच्छी विशेषताएं जाहिर करतीं हैं कि वह कौन है और उसे क्या सबसे हटकर मौलिक बनाता है।
अनुवादक : किसी ने सही कहा है कि “सर्वगुणसम्पन्न स्त्री एक ही nation में मिलती .., …वह है imagination.“
वास्तव में “कभी किसी को मुकम्मल जीवनसाथी नहीं मिलता, दोनों एक दूसरे की कमियों को अपनी खूबियों से पूरा करके मुकम्मल बनते हैं।”
यह बात उम्र बढ़ने के साथ जिनको समझ में नहीं आती, वे सारी जिन्दगी एक दूसरे से उलझते रहते हैं।