मस्त विचार 564 | Jan 21, 2015 | मस्त विचार | 0 comments दूसरे क्या कर रहे हैं, क्या नहीं कर रहे हैं, कैसे कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं. यह देखना आपका नहीं उनका काम है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ