मस्त विचार 702

बेच जरूर दिया है किस्मत ने मुझे

समय के हाथों, पर मै बेचारा नहीं हूँ.

अकेला हूँ, तनहा हूँ.

लेकिन तनहाइयों से डरा नहीं हूँ.

मै थक जरूर गया हूँ दोस्तों,

पर अभी तक हारा नहीं हूँ.

मै फिर उठ खड़ा हुआ हूँ दोस्तों,

जिन्दा हूँ, अभी तक मरा नहीं हूँ.

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