सुविचार 3765

एक सुखद जीवन के लिए मस्तिष्क में सत्यता, होठों पर प्रसन्नता और हृदय में पवित्रता जरूरी हैं.

_जिसका मन मस्त है..! उसके पास समस्त है.!!

सुविचार 3764

हर बहाना किनारे कर दीजिए और केवल इस बात को याद रखिए,

” हां मैं कर सकता हूं.”

सुविचार 3762

झगड़े भी बच्चों की तरह होते हैं, इन्हें पालते रहे तो बड़े हो जाते हैं.

सुविचार 3761

ज़िंदगी में इतनी भी गलतियां मत करो कि _ पैंसिल से पहले ही रबड़ ख़तम हो जाए।।

अच्छा निर्णय अनुभव से आता है और अनुभव बहुत सारे बुरे निर्णयों से आता है.

सुविचार 3760

आपको दिमाग होने के लिए पैसे नहीं मिलते हैं, _आपको केवल इसे बुद्धिमानी से इस्तेमाल करने के लिए पुरस्कृत किया जाता है.!!

आप हर दिन अपने आप से जो कहते हैं वह आपको ऊपर उठाएगा या आपको नीचे गिरा देगा ; _ बुद्धिमानी से चुनना..!!

दुनिया केवल परिणामों को पुरस्कृत करती है, प्रयासों को नहीं..

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