सुविचार 3816
जब किसी और की बर्बादी हमें जीत लगने लगे,
_ तो हमसे ज्यादा बर्बाद इस दुनिया में कोई नहीं !!
_ तो हमसे ज्यादा बर्बाद इस दुनिया में कोई नहीं !!
_ लेकिन अगर हम अपने असभ्य और रूखे व्यवहार से स्वयं को इंसान से बदतर बना लें,
तो क्या वह “इंसानियत” भी अर्जित की जा सकती है ?
_ चाहे कोई लाख कोशिश कर ले, दुनिया में इंसानियत ही जिंदा रहेगी..!!