सुविचार 4561

भावनाओं में बहकर किसी के सामने अपनी कमजोरियों को बता देना, सबसे बड़ी मूर्खता हैं !!

सुविचार 4560

कोई भी उलझन हमें तब तक परेशान करती है,

_ जब तक हम उलझन को सुलझाने का प्रयास नहीं करते.

प्रयास ऐसे करो की हारते हारते कब जीत
जाओ..
_ किसी को पता ही ना चले.!!

सुविचार 4558

उम्मीद से कम मिली हुई चीज़ तो खुद को ही चुभती है,

लेकिन उम्मीद से ज्यादा मिली हुई चीज,,,,लोगों को चुभने लगती है..

सुविचार 4557

खो देने के बाद ही ख्याल आता है, कितना कीमती था !!

” समय, व्यक्ति और संबंध “

हम आम इंसान हैं, किसी भी वस्तु का असली मूल्य हमें उसके खो जाने के बाद ही ज्ञात होता है,

_ जब तक वह हमारे सामने रहती है, हम उसे महत्वहीन मानकर उपेक्षा कर देते हैं..
_ परंतु जैसे ही वह हमसे दूर हो जाती है, हमें उसकी कमी खलने लगती है..
_ इसी भूल में हम न जाने कितनी अनमोल वस्तुओं को हमेशा के लिए खो बैठते हैं.!!
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