सुविचार 4484

सर्वोत्तम की अपेछा स्वयं से करें, न कि दूसरों से.
रह ना जाए ज़िन्दगी में कोई अँधियारा कहीं,

_ तम से लड़ने के लिए खुद आज जलना है हमें.!!

सुविचार 4483

किस्मत जब देने पर आ जाये तो पुश्तों को तार देती है,

पर जब लेना शुरू करती है, तो प्याज़ के छिलके की तरह उतार लेती है..

सुविचार 4482

चिरस्थायी सुख पाने के लिए हमें अपने अंतरतम की गहराई में देखना होगा.

सुविचार 4481

किसी को ख़ुश करने का मौक़ा मिले तो छोड़ना मत

क्यूँकि वो फ़रिश्ते ही होते हैं जो किसी के चेहरे पर मुस्कान ला पाते हैं.

सुविचार 4479

परिस्थितियों को स्वीकार करके ही मन को शांति मिलती है !!!!
शांत रहकर परिस्थितियों को समझना सीखो..

_ क्योंकि हर कोई आपके जबाव के लायक नहीं होता है.!!

जैसी हमारी सोच होती है, हमारे चारो ओर वैसी ही परिस्थतियाँ पैदा हो जाती हैं.!!
परिस्थितियों से आंखमिचोली नहीं खेलनी चाहिए, क्योकि कभी-कभी कुछ चीजें सयोगवश हो जाती है, जिस पर हमारा कोई कंट्रोल नही होता, हमे उस परिस्थिति को भुगतना ही पड़ता है.!
आज की परिस्थिति में हम वैसे व्यक्ति नहीं हैं जैसे हम कल थे.

_ चाहे हम इसे पसंद करें या नहीं, बदलती परिस्थितियाँ अक्सर हमें अलग-अलग जगहों पर ले जाती हैं..
_ और हमारे स्वभाव को ऐसे तरीकों से बदल देती हैं.. जिसका हमें एहसास भी नहीं होता.!!
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