सुविचार 3628
जीत कर हम वो नहीं सिख सकते, जो हार कर सिख जाते हैं.
जीत कर हम वो नहीं सिख सकते, जो हार कर सिख जाते हैं.
_ उन्हें फर्क बस इस बात से पड़ता है आप उन्हें खुश रखते हैं या नहीं.
_ किन्तु किसी को दुख न पहुँचे, यह तो अपने ही हाथ में है.
_ इसलिए उसे सकारात्मक बातें ही बताएं ”