सुविचार 3551
जो साथ रहकर संवार ना सके, _ वो खिलाफ होकर क्या बिगाड़ लेंगे.
जो साथ रहकर संवार ना सके, _ वो खिलाफ होकर क्या बिगाड़ लेंगे.
_ पर जोड़े रखने के लिए सख्त होना पड़ता है.
_ अक्सर जब चीजें हमारे सम्मुख होती हैं तब हम उन्हें तुच्छ समझते रहते हैं,
_ ठीक इसी भांति हमनें अनेक अमूल्य वस्तुओं को खोया है !!