सुविचार 4476
जब हम अपनी पसन्द और नापसन्द से अत्यधिक प्रतिक्रिया करते हैं,
_ तब हम अपने मन पर अनचाही छापें बना लेते हैं.
_ तब हम अपने मन पर अनचाही छापें बना लेते हैं.
लेकिन फिर भी, सारे जगत का हिसाब है.
_ जिस समय हम गलतियों का स्वीकार कर लेते हैं, उस समय परिवर्तन प्रारम्भ हो जाता है.
_ ऐसे लोगों से दूर रहने में ही आपकी भलाई है.!!