सुविचार 3468

दुःख कर्मों का फल नहीं, _ बल्कि इस बात का संकेत है कि आपका स्वयं के साथ तालमेल बिगड़ गया है ; _

_दुःख से बाहर आना है तो बुद्धि का विवेक से और मन का समझ से तालमेल ठीक करें.

अगर जीवन में दुःख बढ़ जाए तो जानना _ गलत दिशा में जा रहे हो.

सुविचार 3467

अतीत के बारे में ही न सोचते रहें, बल्कि वर्तमान में ही ख़ुद को सुधारने की कोशिश करें,

ताकि आपका भविष्य आपके अतीत से बेहतर हो.

सुविचार 3465

जो बदला जा सके उसे बदलो, जो बदला न जा सके उसे स्वीकारो_

_ और जो स्वीकारा न जा सके, उससे दूर हो जाओ ; लेकिन स्वयं को खुश रखो..

सुविचार 3464

सच्चा व्यक्ति, आईने की तरह होता है ; उस आईने में लोग अपना कुरूप चरित्र नहीं देख पाते और आईने को ही गलत समझ लेते हैं,_

_ इसलिए सच्चे व्यक्ति को गलत समझा जाता है.

error: Content is protected