सुविचार 4420

दुःख से रिश्तेदारी अच्छी नहीं, अपने जीवन में सबको महोत्सव चाहिए, सम्पन्नता चाहिए एवं जीत चाहिए; ऐसा हो सकता है.. बशर्ते आप दुःख में रहने की आदत ना डालें.
हर दिन आपके पास एक नया मौका होता है खुद को साबित करने का..

_ ये मत सोचिए कि बीता हुआ कल कैसा था — असली ताकत तो आज को बेहतर बनाने में है.
_ आदतें धीरे-धीरे बनती हैं, लेकिन जब बन जाती हैं, तो पूरी ज़िंदगी का रुख बदल देती हैं.
_ बस एक छोटा-सा अच्छा फ़ैसला रोज़ लें, और देखिए आपकी दुनिया कैसे बदलती है.!!

सुविचार 4418

सहारे इंसान को खोखला कर देते हैं और उम्मीदें कमज़ोर कर देती हैं; अपनी ताकत के बल पर जीना शुरू कीजिए, आपका खुद से अच्छा साथी और हमदर्द कोई और नहीं हो सकता.

सुविचार 4416

जटिलता को अपनी सरंचना में स्थूलता या ठोसता और अतीत के विचारों के जाल के रूप में परिभाषित किया जा सकता है.
जीवन तब जटिल हो जाता है जब हम खुद को केंद्र में रखने के बजाय दूसरों को अपने जीवन का केंद्रीय स्थान देते हैं..

_ ताकि वे हमारे जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लें, वे हमारे जीवन का निर्धारण करें..!!

भ्रमवश हम खुद ही अपनी जिंदगी को कष्टदायक बना लेते हैं,

_ गलत निर्णय भी सबसे अच्छे निर्णय लगते हैं.!!

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