सुविचार 4466

दुनिया में वो लोग अक्सर अकेले पाए जाते हैं, जो बदलाव लाना चाहते हैं,

क्योंकि उस समय उनके सपने पर कोई विश्वास ही नहीं करता.

सुविचार 4463

यह मानव स्वभाव है कई बार हम खूबसूरत और बेशकीमती चीजों से स्वतः ही ईर्ष्या भाव पाल लेते हैं … यह एक तरह का निर्दोष मिथ्यावाद है.

सुविचार 4461

प्रशंसा में छुपा झूठ, “और” आलोचना में छुपा सच, जिसने जान लिया,

_ समझो उसने अच्छे, “और” बुरे को पहचान लिया !

ज्यादा मत सोचो, हम सभी किसी न किसी की कहानी में बुरे होते हैं.!!
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