सुविचार 4454
ह्रदय की पवित्रता आपकी अंतर्दृष्टि को अत्यंत शक्तिशाली बना देती है,
_ जिससे आप अनेक कार्य करने में सछम हो जाते हैं.
वही जीवित है, जिसका मस्तिष्क ठंडा, रक्त गरम, ह्रदय कोमल और पुरुषार्थ प्रबल है.!!
_ जिससे आप अनेक कार्य करने में सछम हो जाते हैं.
क्योंकि दूसरों के पंखों के सहारे तुम उड़ नहीं सकते.