सुविचार 4149
अपने जीवन का सामना करते हुए हम जिस तरह आगे बढ़ते हैं,
_अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं.
_अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं.
_ अज्ञानी और झूठे लोग खुद को सही साबित करने के लिए जरुरत से ज्यादा दलीलें पेश करते हैं.
_ सिवाय हमारे डर के हमें कोई और नहीं रोकता, सब कुछ हमारे अंदर ही है..
_ दूसरे लोग आपके नियंत्रण से बाहर होते हैं..
_ लगता है अभी समय है हमारे पास, कुछ न कुछ हो ही जाएगा, खैर !…
_ बहुत सुखद होती है ये काल्पनिकता पर वास्तविकता के सामने इसको घुटने टेकने ही पड़ेंगे…