सुविचार 4119

जीवन इतना महत्वपूर्ण है कि दूसरे के संबंध में सोचना ही मत,

_अपने ही संबंध में सोच लेना, वही काफी है !!

मैं कल को तलाशता रहा दिनभर..

_ और शाम होते-होते, मेरा आज डूब गया..!!
संबंध हीरों की तरह होते हैं..

_तराशने पर कोई एक आध ही अपना निकलता है…!!

खुराफाती लोगों से घिरे होना भी एक प्रकार की मानसिक परतंत्रता है..

सुविचार 4117

जो छोटी छोटी बातों में सच को गंभीरता से नहीं लेता,

_उस पर बड़े मामलों में भी भरोसा नहीं किया जा सकता…

सुविचार 4116

अजीब सा सच – जितने ज्यादा लोगों का विरोध आप झेलते हो,

_ उतना ही आपका भविष्य उज्जवल हो जाता है !!

सुविचार 4115

मूर्ख होने में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन जिद्दी होना और इस बात पर जोर देना कि

_आपकी मूर्खता ज्ञान है, यह एक समस्या है.

कुछ लोग हर जगह दिमाग चलाते हैं,

_ऐसे लोग किसी भी जगह के नहीं रहते हैं.

छोटी सोच के लोगों को बहुत मुश्किल है बड़ा करना..!!
अभी ज्यादातर लोग दिमाग से सोचते हैं,

_और जीवित रहने के लिए इसे ही एकमात्र साधन मानते हैं.

आपके दिमाग में वो भर दिया गया है,

_ जिससे आप सही और गलत के बीच फर्क करना भूल गए हैं..!!

हमारे आस-पास के वातावरण के निर्माण के लिए हमारा अपना दिमाग ही जिम्मेदार है.

Our own mind is responsible for creating the environment around us.
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