सुविचार 4401

अकड़ और अभिमान एक मानसिक बीमारी है,

_ जिसका इलाज कुदरत और समय जरूर करता है !!

दो अधूरे लोग इसलिए नहीं मिल पाते, क्योंकि वो दोनों अपने अभिमान में होते हैं,

_ लेकिन किसी रोज़ उनको ये एहसास होगा कि उनके अहम से बढ़कर भी कोई चीज़ है, जो मायने रखती हैं, वो है एहसास किसी को हमेशा के लिए खो देने का एहसास उस वक्त का जब चीज़ें क़ाबू में थी, एहसास उस सिलसिले का जब ये यक़ीन था, कि मुझे इस जहां में उतारा गया हैं, सिर्फ़ इस शख़्स के लिए लेकिन हम खो देना पसन्द करते हैं…!

सुविचार 4400

सच्चे “अर्थों” में अगर हम “विचार” करें, तो पता चलता है “प्रतियोगिता” का नाम ”जीवन” नहीं, बल्कि “सहयोगिता” का नाम ”जीवन” है..

सुविचार 4399

आपका ज्ञान आपको शक्ति दे सकता है परंतु आपका अच्छा चरित्र आपको आदर भी देता है.

सुविचार 4398

आप एक ही नदी के पानी को दुबारा नहीं छू सकते, क्योंकि जो धारा बह चुकी वो कभी वापस नहीं आती ;

_ उसी तरह जीवन की एक स्थिति पर रुके मत रहिए, जो कल बीत गया वो कितना भी अच्छा या बुरा क्यों न था, उसे भूल कर आपको आगे बढ़ना ही होगा.

नदियों की तरह बहते रहो, चट्टानें अपने आप कट जाएंगी.!!

सुविचार – 2025 नया साल – 4397

जीवन क्षणभंगुर है ! जैसा अवसर रब ने दिया है उसे बेहतरीन तरीके से जीने की कोशिश करो !

_ आराम से सुकून से इत्मीनान से सलीके से होशो हवास में नए साल में जाएं.!!

2020 के बाद जीवन तो जैसे मानों केवल बीता है,

_ अवसाद और बढ़ती उम्र ने सब कुछ रोक दिया है,
_ जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा, सब कुछ रुक सा गया है,
_ अब तो ये भी नहीं पता कि कहाँ गुम हूँ,
_ जीवन एक काली कोठरी में बंद हो चुका है,
_ यहां से निकलना बेहद मुश्किल है,
_ मैं अब गर्त के आस-पास हूँ,
_ मेरा कुछ नहीं हो सकता !!
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