सुविचार 4102

किसी के साथ बुरा करके खुश मत होना,

_ये वो गुनाह है जिसका हिसाब होना ही होना है और वो भी रब के द्वारा..

सुविचार 4101

यह बात कभी न भूलें कि जीवन एक संघर्ष है.

_ जिस प्रकार आग में तप कर सोना निखर कर कुन्दन बन जाता है, उसी तरह व्यक्ति कष्टों की आग में तप कर सोने जैसे व्यक्तित्व का स्वामी बन जाता है. 

सुविचार 4100

नियमित चीज़ों को थोडा बदलने से _आप खुद में हर दिन अधिक उत्साह अनुभव कर सकते हैं, __ कौन जाने कल क्या होगा..!!

सुविचार 4099

जीवन के आनंद को खोजने की राह चुनें, यह सही है कि हर इंसान के जीवन में कठिन और चुनौतीपूर्ण क्षण आते हैं,

_लेकिन फिर भी जीवन सिर्फ इन्ही अनुभवों से नहीं बनता.

सुविचार 4098

जीवन जीने से भी ज्यादा माने रखता है, _उसको देखने की दृष्टि..!!
_ जीवन को देखने की दृष्टि हो तो.. कबाड़ में भी कला दिख जाती है ..
… वरना कला भी कबाड़ होकर रह जाती है..!!
ज़िन्दगी को शुरू करने में कोई कलाकारी नहीं है, औघड़, बेघड़, कैसे भी शुरू हो जाता है..

_ पर सही ज़िन्दगी जीने के लिए कला चाहिए.!!
” यदि आप निराश है तो आप अतीत में रह रहे हैं,

अगर आप चिंतित है तो आप भविष्य में रह रहे हैं,

यदि आप शांतचित है, तो ही आप वर्तमान में रह रहे हैं !!”

भविष्य उस कोरे कैनवास की तरह है, _जहां आप हर उस रंग को भर सकते हो..

_जिसे अतीत के कैनवास पर भरना संभव नहीं, _
_ इसलिए भविष्य अतीत से बेहतर है..!!

सुविचार 4097

अपने तनाव पर काबू रखें. _मुक्त होकर या खुलकर जीने से तात्पर्य _तनाव से मुक्त होकर जीना भी है;

_तनाव आपको कमज़ोर बनाता है और आपके स्वास्थ्य को ख़राब कर देता है.

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