सुविचार 4102
किसी के साथ बुरा करके खुश मत होना,
_ये वो गुनाह है जिसका हिसाब होना ही होना है और वो भी रब के द्वारा..
_ये वो गुनाह है जिसका हिसाब होना ही होना है और वो भी रब के द्वारा..
_ जिस प्रकार आग में तप कर सोना निखर कर कुन्दन बन जाता है, उसी तरह व्यक्ति कष्टों की आग में तप कर सोने जैसे व्यक्तित्व का स्वामी बन जाता है.
_लेकिन फिर भी जीवन सिर्फ इन्ही अनुभवों से नहीं बनता.
अगर आप चिंतित है तो आप भविष्य में रह रहे हैं,
यदि आप शांतचित है, तो ही आप वर्तमान में रह रहे हैं !!”
_तनाव आपको कमज़ोर बनाता है और आपके स्वास्थ्य को ख़राब कर देता है.