सुविचार 4305
हम मकान तो बना सकते हैं, लेकिन अगर इसमें ईंट ही उल्टी- सीधी लगी हों तो फिर वह किस काम का ?
*उसी प्रकार खामोशी से बैठकर दूसरों की सही बात सुनना भी “एक साहस है”*
*संयम और समझ बहुत महत्व रखते हैं।*
निर्बल व खाली मन कभी भी समर्थ संकल्प उत्पन्न नहीं कर सकता !! संकल्पवान बनें, विचारो में स्थिरता और दृढ़ता पैदा करें, मन को अभ्यास द्वारा नियंत्रित करें, अच्छे विचार रखें, इससे आपकी आत्मिक शक्ति का विकास होगा ! याद रखें मन के हारे हार है मन के जीते जीत !!!
_ किसी संकल्प पर टिके रहने के लिए प्रयास करना पड़ता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि आपने उस संकल्प के लिए खुद को कितना तैयार किया है.