सुविचार 4154
उन्हीं को मिलीं सारी उचाईयां, जो गिरते रहे और संभलते रहे.
अगर कोई उदास हैं तो वह अकेला रहना चाहता है, और कोई अकेला हैं तो उसे उदासी घेरे रहती है.
_ हर उस चीज़ को मार डालो जो आपकी असीमितता को साकार करने में बाधक है.
“Kill your ego”
Kill everything that is a hindrance in realising your unlimitedness.
_और जो आ रहा है; उसका स्वागत करो.
_ “आने वाले का भी स्वागत है.. और जाने वाले का भी स्वागत है”
_अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं.