सुविचार 4370
आप जैसे है सर्वश्रेष्ठ है अपनी तुलना दूसरों से ना करें,
क्योकि हर फल का स्वाद अलग अलग होता है.
क्योकि हर फल का स्वाद अलग अलग होता है.
_ ये हमारी भावनाओं पर निर्भर करता है.
_ वो जाने कितनों की ही भावनाएं होती हैं..!!
लेकिन जब कोई अपनों से धोखा खाता है तो मौन हो जाता है..
उसकी नजरों में आपका कोई महत्व ही नहीं है.
समझ लें हमारा खानदान बरबाद हो चुका है.
यहाँ हर चीज़ सिर्फ और सिर्फ अपनी-जैसी पैदा होती है, “