सुविचार 4255
अगर कोई आपकी कीमत ना समझे तो निराश ना होना,
क्योंकि कबाड़ी के व्यापारी को हीरे की परख नहीं होती..
क्योंकि कबाड़ी के व्यापारी को हीरे की परख नहीं होती..
जैसे हमें उनकी काली करतूतों का पता ही नही..
_ क्योंकि आपकी यह आदत आपको जीवन में आने वाले अवसरों का आभास भी नहीं होने देगी.