सुविचार 4127
” सोचो लेकिन वो सोचो जो कर सकते हो, सोचो लेकिन वो सोचो जो किया जाना चाहिए, सोचो लेकिन वो सोचो जो सबके हित का हो,”
लड़ाका होना अच्छी बात नहीं.. लेकिन अपने हितों की रक्षा के लिए लड़ना पड़े तो ज़रूर लड़िए.!!
_ जो स्वयं ख़ुद को उपदेश देना जानता हो,,
_ हर जीवन में ज्ञान, कौशल और मनोभावों का विकास होता जाता है.
_ और फिर पूरी उम्र गांठ बांधने में ही निकल जाती है..
_ ज़िन्दगी सुलझाने में ही बीत जाती है !!
_वो तो बस किसी सबक के तौर पर हमारी ज़िंदगी में आते हैं.
_ जीवन के रास्ते में अगर सबक सीखना है तो ..छोटी छोटी बातों से सीखना चाहिए.
_ दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं, खुद को ऊँचा उठाने में समय लगाइये.