सुविचार 4281
“जिंदगी के सहज़ प्रवाह में असहज़ता आ जाये तो समझ़ना,
रोक भी अपने ही द्वारा लगाई जा रही है”
रोक भी अपने ही द्वारा लगाई जा रही है”
बल्कि ये तो मानसिकता पर निर्भर करती है “
सोच भी एक क्रिया है, सही सोच के सही नतीजे़ आते हैं, और गलत के गलत”