सुविचार 4547
इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए क्यूँकि
पहाड़ से निकली नदी ने आज तक किसी से नहीं पूछा कि समंदर कितना दूर है.
पहाड़ से निकली नदी ने आज तक किसी से नहीं पूछा कि समंदर कितना दूर है.
दर्द का कोई अपना नही होता, आज उसका तो कल तेरा होगा.
लेकिन आगे चलकर पता चल जाएगा कि वह अच्छे के लिए हुआ था.
जो लोग आपसे अच्छा व्यवहार करते हैं, उन्हें प्यार करो ओर जो नहीं करते उनके लिए दया… सहानुभूति…रखो। “