सुविचार 4408
मीठी सी जिंदगी भी अच्छी नहीं है, कुछ कड़वा भी चाहिए इसे समझने के लिए..
जिंदगी फटे पुराने जूतों की तरह ठुकराई हुई पड़ी है,
_ हम इसे पहनते भी नहीं और फैंकते भी नहीं.!!
_ हम इसे पहनते भी नहीं और फैंकते भी नहीं.!!
_ जो व्यक्ति अपने सही और मेहनत के मार्ग को नहीं छोड़ता, अंत में वो जीत जाता है.!!
_ उसे शब्दों में लाना सदैव कष्ट का ही कारण बनेगा.!!
_ ज़िंदगी का एकान्त बांटने कोई नहीं आता.!!