सुविचार – 2025 नया साल – 4397

जीवन क्षणभंगुर है ! जैसा अवसर रब ने दिया है उसे बेहतरीन तरीके से जीने की कोशिश करो !

_ आराम से सुकून से इत्मीनान से सलीके से होशो हवास में नए साल में जाएं.!!

2020 के बाद जीवन तो जैसे मानों केवल बीता है,

_ अवसाद और बढ़ती उम्र ने सब कुछ रोक दिया है,
_ जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा, सब कुछ रुक सा गया है,
_ अब तो ये भी नहीं पता कि कहाँ गुम हूँ,
_ जीवन एक काली कोठरी में बंद हो चुका है,
_ यहां से निकलना बेहद मुश्किल है,
_ मैं अब गर्त के आस-पास हूँ,
_ मेरा कुछ नहीं हो सकता !!

सुविचार 4396

पुराने बहुत सारे सालों की तरह आने वाले सालों में भी आप सब का जीवन खुशनुमा रहे..!!
अगर आपने अब भी अपनी आदतें नहीं बदलीं तो आने वाला साल आपके लिए नया साल नहीं बल्कि एक और साल होगा.!!

सुविचार 4395

निर्णय लेते समय ना ज़्यादा खुश हों, ना ज़्यादा दुखी हों,

_ दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय लेने नहीं देती.

हर कोई निर्णय लेने वाला बन रहा है.. लेकिन अपने जीवन में, वे सही निर्णय लेना भूल गए हैं.!!

सुविचार 4394

हमको कितने लोग पहचानते हैं उसका महत्व नहीं है,

_ मगर क्यों पहचानते हैं इसका महत्व है.

हम ऐसे लोगों के बीच रह रहे हैं, जो दूसरों की पहचान पर हंसते हैं.

_ क्योंकि वे अपनी पहचान से डरते हैं.!

पहचान से मिला काम थोड़ी देर चमकता है, लेकिन जब पहचान काम से बनती है
तो वो हमेशा साथ चलती है.!!

सुविचार 4393

उन व्यक्तियों के जीवन में आनंद और शांति कई गुणा बढ़ जाती है,

जिन्होंने प्रशंसा और निंदा में एक जैसा रहना सीख लिया हो !!

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