सुविचार 4344
जीतने के बाद तो सारी दुनिया गले लगाती है,
लेकिन हारने के बाद जो गले लगाए सिर्फ वही अपना होता है.
लेकिन हारने के बाद जो गले लगाए सिर्फ वही अपना होता है.
अगर स्वीकार नहीं कर सकते तो बदल दें और अगर बदल नहीं सकते तो बेहतर है, इसे रब पर छोड़ दें…
_ इसलिए परेशान होने का कोई मतलब नहीं है..!!
_ फिर आराम के समय आराम नहीं कर पाओगे.!!
आप ख़ुद जैसे हैं वैसी ही चीज़ों को आकर्षित करेंगे.