सुविचार 4308

जो सामने है वह तो दिखता ही नही और जो नही होता उसका हम विचार करते हैं.

सुविचार 4307

जीवन हमें कुछ दे ना दे पर शांति और संतुष्टी जरुर दे।।।
सबसे बड़ी साधना, सबसे बड़ा त्याग, तो यह है कि आप अपने भीतर एक फ़िल्टर लगा लें.

_ इस दुनिया में जो भी हो रहा है, आपके कानों में जो भी सुनाई पड़ रहा है, आपकी आँखों को जो भी दिखाई दे रहा है,
_ वह सब आपके भीतर से गुज़रे तो, लेकिन आपके भीतर ठहरे नहीं, सब छन कर बाहर निकल जाए और केवल उतना ही आपके भीतर अटका रहे..
_ जितने भर की ज़रूरत आपके अस्तित्व के लिए ज़रूरी हो.
_ इस प्रकार आप भौतिक बुराइयों से बचे रहेंगे.
_ आपको न किसी पर प्यार आएगा, न क्रोध.
_ आपके भीतर न जिज्ञासा जन्म लेगी, न वासना.
_ आपमें न किसी को पाने की ललक उठेगी, न किसी के छूटने का संताप होगा.
_ फिर चाहे आपको ज़िन्दगी पुकारे या मृत्यु, आपके लिए दोनों के अर्थ समान होंगे.
_ यह फ़िल्टर लगाना हर आदमी के बस की बात नहीं..
_ लेकिन जो इसमें सफल हो गया, उससे बड़ा संत कोई नहीं.!!

सुविचार 4306

अपने जीवन के हर पहलू को सुधारते जाएँ,

_ हर साँस, हर कदम, हर कार्य को सुधारना होगा.

अपने जीवन को देखें और सांसों के प्रति आभारी रहें..

_ और इसे पूरी तरह से जीकर इसका सम्मान करें.!!

वो जो पहला कदम तुम नहीं उठा पा रहे हो….😶‍🌫️

” हो सकता है वो तुम्हारे जीवन के नए अध्याय का शुभारंभ हो…”🤗🏔️
BEGINNING IS ALWAYS THE HARDEST PART…

सुविचार 4305

हम मकान तो बना सकते हैं, लेकिन अगर इसमें ईंट ही उल्टी- सीधी लगी हों तो फिर वह किस काम का ?

सुविचार 4304

जीवन में यदि हम दृढ़ संकल्प एवं पूर्णता के साथ काम करेंगे तो एक दिन हम कामयाब जरूर होंगें.
किसी भी चीज कि पूर्णता प्राप्त करने के लिए, इंसान को सबसे पहले कई चीजों को न समझकर सिर्फ शुरुआत करनी चाहिए !

_ और अगर हम बहुत जल्दी समझ जाते हैं, तो हो सकता है हम ठीक से समझ न पाएं.!!

सुविचार 4303

*सही मौके पर खड़े होकर सही बात बोलना “एक साहस है”..*

*उसी प्रकार खामोशी से बैठकर दूसरों की सही बात सुनना भी “एक साहस है”*

*संयम और समझ बहुत महत्व रखते हैं।*

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