सुविचार 4153

परिवर्तन से डरोगे…….तो तरक्की कैसे करोगे.
परिवर्तन कठिन है, लेकिन आपको इसकी आवश्यकता है ताकि आप विकसित हो सकें.
“कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है”

_ किसी चीज की तरक्की किसी से विछोह भी करा देती है..
_ तरक्की, कई त्याग और sacrifice की कीमत पर मिलती है..!!!

सुविचार 4152

अकेलापन और उदासी एक सिक्के के दो पहलू है.

अगर कोई उदास हैं तो वह अकेला रहना चाहता है, और कोई अकेला हैं तो उसे उदासी घेरे रहती है.

सुविचार 4151

अहंकार एक ब्लैक होल की तरह होता है, जो हमारी चेतना पर अत्यधिक गुरुत्वीय खिंचाव डालता है, यह उसे विकसित नहीं होने देता.
“अपने अहंकार को मार डालो”

_ हर उस चीज़ को मार डालो जो आपकी असीमितता को साकार करने में बाधक है.

“Kill your ego”

Kill everything that is a hindrance in realising your unlimitedness.

सुविचार 4150

जो चला गया उसे भूल जाओ, जो रह गया उसे संभालो,

_और जो आ रहा है; उसका स्वागत करो.

जिंदगी ऐसे जियो कि..

_ “आने वाले का भी स्वागत है.. और जाने वाले का भी स्वागत है”

पाना और खोना तो आसान है परन्तु उसको संभाल कर रखना कठिन है.!!

सुविचार 4149

अपने जीवन का सामना करते हुए हम जिस तरह आगे बढ़ते हैं,

_अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं.

सुविचार 4148

बहस में ज्ञानी और सच्चे लोग अक्सर मौन हो जाते हैं,

_ अज्ञानी और झूठे लोग खुद को सही साबित करने के लिए जरुरत से ज्यादा दलीलें पेश करते हैं.

वो अपने झूठे मद में चूर है, दिमाग ठिकाने आएगा तब तक वक़्त आगे बढ़ चूका होगा !!
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