Quotes by अरस्तु

जन्म देने वाले माता- पिता से अध्यापक कहीं अधिक सम्मान के पात्र हैं, क्योंकि माता- पिता तो केवल जन्म देते हैं, लेकिन अध्यापक उन्हें शिछित बनाते हैं, माता- पिता तो केवल जीवन प्रदान करते हैं, जबकि अध्यापक उनके लिए बेहतर जीवन को सुनिश्चित करते हैं.
स्त्रियों की उन्नति या अवनति पर ही राष्ट्र की उन्नति या अवनति निर्भर करती है.
हम इसलिए सही काम नहीं करते क्योंकि हमारे अंदर सदगुण तथा श्रेष्ठ्ता है, बल्कि हमारे अन्दर वे गुण इसलिए हैं क्योंकि हमने सही काम किया है. हम वैसे ही हैं जैसा हम बार- बार करते हैं, तब श्रेष्ठ्ता कोई क्रिया नहीं रहती बल्कि एक आदत बन जाती है.

Quotes by एमर्सन

सुखी मनुष्य वह है जो अतिथि को देख कर कभी मुंह नहीं लटकाता, अपितु हर अतिथि का प्रसन्नतापूर्वक स्वागत करता है.
वहां मत जाइए जहां रास्ता ले जाए, बल्कि वहां जाइए जहां कोई रास्ता नहीं है और वहां अपने निशान छोड़ जाइए.
महान व्यक्तियों की विपत्तियां ही उन की समृद्धि का कारण रही हैं. पतंग हवा के विरुद्ध ही उड़ती है.
प्रेम में, ज्ञान में और सौंदर्य में कभी अति नहीं होती, जब ये गुण पूर्ण शुद्ध अर्थ में समझे जाएँ.
असंतोष अपने ऊपर अविश्वास का फल है, यह कमजोर इच्छा का रूप है.
सुसंपन्न कार्य का पुरस्कार उस का संपन्न कर लेना ही है.
मित्र पाने का एकमात्र उपाय स्वयं मित्र बनना है.
अच्छा पाठक ही पुस्तक को अच्छा बनाता है. 

Quotes by मार्था मेरिडोस

*नोबेल पुरस्कार विजेता ब्राजीली कवियत्री

मार्था मेरिडोस की कविता

“You Start Dying Slowly” का हिन्दी अनुवाद..*

1) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*

– करते नहीं कोई यात्रा,

– पढ़ते नहीं कोई किताब,

– सुनते नहीं जीवन की ध्वनियाँ,

– करते नहीं किसी की तारीफ़।

2) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, जब आप:*

– मार डालते हैं अपना स्वाभिमान,

– नहीं करने देते मदद अपनी और न ही करते हैं मदद दूसरों की।

3) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*

– बन जाते हैं गुलाम अपनी आदतों के,

– चलते हैं रोज़ उन्हीं रोज़ वाले रास्तों पे,

– नहीं बदलते हैं अपना दैनिक नियम व्यवहार,

– नहीं पहनते हैं अलग-अलग रंग, या

– आप नहीं बात करते उनसे जो हैं अजनबी अनजान।

4) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*

– नहीं महसूस करना चाहते आवेगों को, और उनसे जुड़ी अशांत भावनाओं को,

वे जिनसे नम होती हों आपकी आँखें, और करती हों तेज़ आपकी धड़कनों को।

5) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*

– नहीं बदल सकते हों अपनी ज़िन्दगी को, जब हों आप असंतुष्ट अपने काम और परिणाम से,

– अग़र आप अनिश्चित के लिए नहीं छोड़ सकते हों निश्चित को,

– अगर आप नहीं करते हों पीछा किसी स्वप्न का,

– अगर आप नहीं देते हों इजाज़त खुद को, अपने जीवन में कम से कम एक बार,

किसी समझदार सलाह से दूर भाग जाने की..।

*तब आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं..!!*

*इसी कविता के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। *

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Quotes by सेमुअल स्माइल्स

जीवन एक ऐसी अनूठी पुस्तक है, जो अंत तक मनुष्य का साथ देती है, परन्तु इस के कठिन पृष्ठों को समझने के लिए बुद्धि की आवश्यकता है.
शिछा का सब से बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना है.
चरित्र संपत्ति है और यह संपत्ति में सब से उत्तम है. 
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