मस्त विचार 4636
रात तो वक्त की पाबंद है,, ढल जाएगी..
देखना ये है चराग़ों का सफ़र कितना है..!!
देखना ये है चराग़ों का सफ़र कितना है..!!
लोग बात को पकड़कर इंसान को छोड़ देते हैं !
वर्ना उसको अपनी मंज़िल का पता नहीं मिलता..
क्योंकि अब हम वो नहीं रहे जिसे तुम छोड़ कर गए थे..
आँखो में तो बहुतो के खटकते हैं !!