मस्त विचार 4530
भर जाएंगे मेरे ज़ख़्म भी तुम जमाने से जिक्र मत करना,
मैं ठीक हूं तुम दुबारा मेरी फिक्र मत करना !!
मैं ठीक हूं तुम दुबारा मेरी फिक्र मत करना !!
इसका सीधा संबंध है_ _आप उनसे बेहतर हैं “
हम उन्हीं के पीछे पड़े रहते हैं…
अपनों में से यह पता लगा पाना कि अपना कौन है..
शायद इसलिए लोगों को जहर लगता हूँ..
उसे कभी कोई दुख नहीं हरा पाया..