मस्त विचार 4454
मुझे मत सिखाइये कि ज़िन्दगी कैसे जीते हैं,
आप मुझसे सिखिये कि जिन्दा रहकर हर ग़म को कैसे पीते हैं.
आप मुझसे सिखिये कि जिन्दा रहकर हर ग़म को कैसे पीते हैं.
एक आपको तकलीफ देते हैं, एक आपको बदल देते हैं.
“उदास” लोगों को “हमदर्द” मिलते है “हमसफ़र” नहीं…!!
जो लोग मशवरे देते हैं हजार…
_ पर किसी की असलियत को स्वीकार ज़रूर करूँगा.!!”
_ उनके सामने झुकना सिर्फ खुद के आत्मसम्मान को गिराना है.!!
_पर खोया हुआ सम्मान कदापि नहीं.!!
परन्तु अपना मानने वाले कोई नहीं…!!