मस्त विचार 4465
आईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो.
सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
वरना बुरे कल भी नहीं थे और अच्छे आज भी नहीं..
बस मौका न छोड़ना, मुश्किलों में मुस्कुराने का.!!
_ रब आपके लिए कुछ और बेहतर सोच रहा है.!!
हर शख्स अपनी हद में बेहद लाजवाब होता है.
जीना भी सीख लीजिए.. नाकामियों के साथ…!!
मैंने ज़िन्दगी में ज़िन्दगी को खोया है…